जय जगदम्बा जय जगदीश,
जे देलक पांच टका तेकरे दीस.
जे देलक पांच टका तेकरे दीस.
जकरे मौगी करपरदार,
तकरे मनुसा हलुक बिलार।
छौरा टहलू टटुआ घोर,
खाय बहुत काज करे थोर।
खाय बहुत काज करे थोर।
नंगत के दू नंगत लागय, चूरा के दू मुसर,
मौगी के मरदबा लागय तब तीनू घर कुसल।
मौगी के मरदबा लागय तब तीनू घर कुसल।
प्रतिष्ठे नांगेर कटाबी तं छो मास व्यथे मरी।
पोन ठेली जं गाछ चढाबी,
तकर तोरल फल कहाँ सं पाबी।
तकर तोरल फल कहाँ सं पाबी।
Nice blog... nice presentation...
ReplyDeletebarh neek prayaas...ehina likhait rahu..
ReplyDeletethanx
ReplyDeleteअब आपके बीच आ चूका है ब्लॉग जगत का नया अवतार www.apnivani.com
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