Sunday, March 22, 2009

फकरा जे आहाँके कतुऊ नै मिळत

जं कबीर काशी मर थिन तं राम कोन नेहोरा
जय जगदम्बा जय जगदीश,
जे देलक पांच टका तेकरे दीस.
जकरे मौगी करपरदार,
तकरे मनुसा हलुक बिलार
छौरा टहलू टटुआ घोर,
खाय बहुत काज करे थोर

नंगत के दू नंगत लागय, चूरा के दू मुसर,
मौगी के मरदबा लागय तब तीनू घर कुसल
प्रतिष्ठे नांगेर कटाबी तं छो मास व्यथे मरी
पोन ठेली जं गाछ चढाबी,
तकर तोरल फल कहाँ सं पाबी



Sunday, January 18, 2009

gaam gharak fakra

bari ke patua teet

var kaniya ke bhete ne athongar lel mar

phatakchand giridhari
janika lotone thhari

pet bigare murhi
ghar bigare burhi

khichri ke teen yaar
chatni dahi ghee achar

Monday, November 17, 2008

मैथिलि फकरा

रही त ठा क पादी ,
नै त पदतो जाई
और परईतो जाई!
सावन जन्मल गिद्दर
भादव आईएल बाढ़
गिद्दर कहलक
बाप रो अहेन बाढ़े ने देखलू !
खीर खेलउ पुरी खेलउ
खुददी ले जी लागले या !
हेहेरा रे हेहेरा केना दिन जाऐछो
लात जूता खाएछि भने दिन जैया
to be continued...........................

मैथिलि फकरा

किछ मैथिलि फकरा
  1. अपन बियाह भेल त जय कमला !
  2. आलसी खसल इनार में ,कहलक हम इतहि ठीक छी
  3. उपर स ठीकठाक नीचा से मोकामा घाट
  4. एके माघे जाअर नै जाई छाई
  5. खा के पसरी आ मारके ससरी
  6. घर भुजी भांग नै बीवी पादे चुरा
  7. खस्सी के जान जाई खेबाई के सवादे ने
  8. सब घर छोड के गोसाई घर हगना
  9. भेटे मिया मार ने खोजे मिया तारी
  10. जे रोगी के भाबे से बेदा !

Monday, November 10, 2008

i m just coming

hi friends this is nirbhay aa raha hai...................